एक समय के बाद जब वाहन की फिटनेस होनी होती है, तो वह भी आरटीओ में ही होती है. इसी तरह के यातायात से जुड़े बहुत सारे काम हैं, जो आरटीओ में ही होते हैं. लेकिन, काफी लोगों को शिकायत रहती है कि आरटीओ में दलालों का बोलबाला होता है और ज्यादातर काम दलालों के जरिए ही होते हैं. लोगों को अपने काम कराने के लिए दलालों को पैसे देने पड़ते हैं